आज थोडा प्यार जता दूं क्या,
तुम मेरी हो सबको बता दूं क्या
तेरी कलाई जो पकड. लू में
हाय ! मेरी जान गवां दू क्या
मेरा कमरा बहुत उदास सा है
तेरी एक तस्वीर लगा दूं क्या .
तुझे लिखने में दिन चला गया,
सोचने में रात बिता दूं क्या
तुझ पे ये जन्दिगी तमाम की है,
कहो तो मेरी डायरी दिखा दूं क्या
Miss. humayra
No comments:
Post a Comment